5 TIPS ABOUT BAGLAMUKHI BEEJ MANTRA YOU CAN USE TODAY

5 Tips about baglamukhi beej mantra You Can Use Today

5 Tips about baglamukhi beej mantra You Can Use Today

Blog Article

बगलामुखी मंत्र का प्रभाव हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है और माना जाता है कि इसमें शक्तिशाली आध्यात्मिक ऊर्जा होती है। बगलामुखी, जिसे बंगला के नाम से भी जाना जाता है। एक दिव्य देवी है जिसकी पूजा उसके भक्तों की रक्षा करने और उन्हें सशक्त बनाने की क्षमता के लिए की जाती है।

Indeed, the Baglamukhi mantra might be chanted by any individual with sincere devotion. Nonetheless, it’s usually useful to hunt steering from a educated teacher or spiritual manual to make certain appropriate pronunciation and comprehension of the mantra’s importance.

यह भी पढ़ें: माँ लक्ष्मी की पूजा हिन्दू धर्म को मानने वाला प्रत्येक व्यक्ति जरूर करता है, उनके पूजन से व्यक्ति को धन, वैभव और समृद्धि की प्राप्ति होती है, आप भी जानें माँ लक्ष्मी के पूजन की विधि।

ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा ॥

पीलेवस्त्र पहिनकर हल्दी की ग्रन्थि से निर्मित्त अर्थात् हल्दी की गाँठ की बनी माला से नित्यप्रति एक लाख जप करे और पीलेवर्ण के पुष्पों से उसका दशांश होम करे ।



रसनां पातु कौमारी भैरवी चक्षुषोर्मम ।

ॐ ह्रीं ऎं क्लीं श्री बगलानने मम रिपून नाशय नाशय ममैश्वर्याणि देहि देहि शीघ्रं मनोवान्छितं साधय साधय ह्रीं स्वाहा ।

यह कार्य मूर्ति की छवि के सामने मुख करके किया जाना चाहिए।

While it’s helpful to possess a focused chanting practice, You can even integrate the mantra into your way of life. You may recite it silently though commuting, performing family chores, or through times of worry or challenge.

Make sure to technique this sacred practice with regard, purity, plus the intention of uplifting oneself and Many others.

The Baglamukhi mantras are a strong Resource for spiritual advancement, protection, and private empowerment. By being familiar with its importance, learning the correct way of chanting, and incorporating it into your everyday life with sincerity and devotion, you may faucet into your transformative energy of Goddess Baglamukhi.

टीका – बगला, सिद्धविद्या, दुष्टों का निग्रह करनेवाली, स्तम्भिनी, आकर्षिणी, उच्चाटन करनेवाली, भैरवी, भयंकर नेत्रोंवाली, महेश की गृहिणी तथा शुभा, यह दशनामात्मक देवी स्तोत्र का जो पुरुष पाठ करता है अथवा दूसरे से get more info पाठ कराता है, वह मन्त्रसिद्ध होकर पार्वती के पुत्र की भाँति पृथ्वी में विचरण करता है ।

‘ॐ बगलामुख्यै च विद्महे स्तम्भिन्यै च धीमहि तन्नो बगला प्रचोदयात्।’

Report this page